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चार दिन कि भावना
Quotes
चार वेद,अठारह पुराण। गीता, रामायण हमारी शान।। जे.पी.रघुवंशी ...
चार वेद,अठारह पुराण। गीता, रामायण हमारी शान।। जे.पी.रघुवंशी ...
चारों वेदों का एक ही सार। नित्य करैं हम,परोपकार।। ...
चार बजे उठ जाना है। रोज टहलने जाना है। ...
मुस्कान एक ऐसा श्रृंगार है, जो चेहरे की खूबसूरती में चार चा ...
चेहरे की हंसी किसी श्रृंगार से कम नहीं होती है जो खूबसूरती म ...
माँ जिसके अन्दर न जाने कितनी ही असीमित भावनाओं का भंडार है , ...
स्वार्थ के व्यवहार में भावनाओं का यह व्यापार है , यहां तोल-म ...
चर्चाओं में विराजित सेलिब्रिटीज पर लोगों का ध्यान और उन पर स ...
चर्चाओं में विराजित सेलिब्रिटीज पर लोगों का ध्यान और उन पर स ...
परस्पर स्वार्थ की भावना ही मन में धृणा की बीज बोती है । -© ...
छोटीसी हूँ मगर अपनी जिगर मैं भी जान है डरना क्या है मरने को ...
हम तो उससे हीं मोहब्बत करते है। जो हमें बेबफा समझते है। क्यु ...
नौ दिन तक तुम करो उपवास। कब्जियत का होवें नाश।। ...
जिंदगी में कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं। जो दिल से जुड़े होते हैं ...
दोस्त वही जो मन को भाये इक दिन उस बिन रहा न जाये
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